कुल्लू: जिला कुल्लू की लगघाटी के राजकीय प्राथमिक स्कूल चौपाडसा में देरी से आने वाली शिक्षिका पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई की गाज गिरी है. शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा उनका हेड क्वार्टर नग्गर में किया गया है. जहां पर शिक्षिका को रोजाना हाजिरी देनी होगी. बीते दिन शिक्षा विभाग द्वारा इस मामले में कार्रवाई की गई और स्कूल प्रबंधन समिति के साथ-साथ अभिभावकों के भी बयान दर्ज किए गए.
3 साल से देरी से स्कूल आ रही थी शिक्षिका
गौरतलब है कि चौपाडसा स्कूल में शिक्षिका बीते 3 सालों से देरी से आ रही थी. जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी. ऐसे में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन समिति ने शिक्षा विभाग के पास इसकी शिकायत की. जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर देखा और पाया की शिक्षिका देरी से स्कूल आ रही है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है.
शिक्षकों की तैनाती की मांग
वहीं, स्कूल प्रबंधन समिति ने भी मांग रखी है कि यहां पर जल्द से जल्द अन्य शिक्षकों की तैनाती भी की जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा न आ सके. स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने बताया कि पहले ही शिक्षिका की कोताही बरतने से छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो चुका है.
प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक एवं प्रिंसिपल डाइट सुरेंद्र शर्मा ने कहा, "चौपाडसा स्कूल की शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उनका हेडक्वार्टर खंड प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय नग्गर बनाया गया है. विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोताही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी."
कुल्लू: जिला कुल्लू की लगघाटी के राजकीय प्राथमिक स्कूल चौपाडसा में देरी से आने वाली शिक्षिका पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई की गाज गिरी है. शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा उनका हेड क्वार्टर नग्गर में किया गया है. जहां पर शिक्षिका को रोजाना हाजिरी देनी होगी. बीते दिन शिक्षा विभाग द्वारा इस मामले में कार्रवाई की गई और स्कूल प्रबंधन समिति के साथ-साथ अभिभावकों के भी बयान दर्ज किए गए.
3 साल से देरी से स्कूल आ रही थी शिक्षिका
गौरतलब है कि चौपाडसा स्कूल में शिक्षिका बीते 3 सालों से देरी से आ रही थी. जिसके चलते छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी. ऐसे में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन समिति ने शिक्षा विभाग के पास इसकी शिकायत की. जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर देखा और पाया की शिक्षिका देरी से स्कूल आ रही है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है.
शिक्षकों की तैनाती की मांग
वहीं, स्कूल प्रबंधन समिति ने भी मांग रखी है कि यहां पर जल्द से जल्द अन्य शिक्षकों की तैनाती भी की जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा न आ सके. स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने बताया कि पहले ही शिक्षिका की कोताही बरतने से छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो चुका है.
प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक एवं प्रिंसिपल डाइट सुरेंद्र शर्मा ने कहा, "चौपाडसा स्कूल की शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उनका हेडक्वार्टर खंड प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय नग्गर बनाया गया है. विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोताही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी."