बिलासपुर:
हिमाचल प्रदेश में चल रही शिक्षकों की कमी के कारण स्कूलों में शैक्षणिक
एवं खेलकूद कार्य प्रभावित होने लग पड़े हैं। शिक्षकों की कमी के कारण
स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों पर कार्य का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार प्रदेश भर में सी. एंड वी. शिक्षकों के 5031 पद रिक्त
पड़े हुए हैं।
इनमें शारीरिक शिक्षकों के सबसे अधिक 1735 पद खाली होने से
स्कूलों में खेलकूद गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। शारीरिक शिक्षक न होने
से विद्यार्थियों पर पैनी नजर नहीं रखी जा रही है जबकि क्राफ्ट टीचर के
311 पद स्वीकृत किए गए हैं जोकि मौजूदा समय सभी खाली चल रहे हैं।स्कूलों में शिक्षक नहीं
जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्कूल से स्तरोन्नत हुए माध्यमिक स्कूलों में कला अध्यापक और शारीरिक शिक्षक के पद सृजित नहीं किए जा रहे हैं जिस कारण इन स्कूलों में शैक्षणिक एवं खेलकूद कार्य पूरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इन नए स्तरोन्नत स्कूलों में केवल टी.जी.टी. नॉन मैडीकल व आर्ट्स के साथ ही शास्त्री का पद ही सृजित किया जा रहा है जिस कारण कला विषय को पढ़ाने के लिए स्कूल मुख्याध्यापक को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं इन स्कूलों में शारीरिक शिक्षक न होने से प्रार्थना सभा से लेकर अन्य खेलकूद गतिविधियां भी सही ढंग से संचालित नहींहो पा रही हैं तथा न ही विद्यार्थियों की सही ढंग से इन प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी ही हो पा रही है।
खाली पदों को भरने की मांग
प्रशिक्षण न मिलने से खेलकूद आयोजनों में इन स्कूलों की भागेदारी केवल औपचारिकता तक ही सीमित होकर रह गई है। हालांकि सी.एंड वी. संघ ने प्रदेश सरकार से मिडल स्कूलों में कला अध्यापक और पी.ई.टी. के पदों को सृजित करने के साथ-साथ खाली पदों को भरने की मांग की है ताकि शिक्षा में गुणवत्ता आ सके तथा खेलकूद कार्य भी सही तरीके से चल सकें। विभाग दावा कर रहा है कि इन पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है लेकिन प्रदेश में सी.एंड वी. के खाली चल रहे हजारों पदों से गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया करवाने के प्रदेश सरकार के दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं।
933 स्कूल चल रहे बिना शास्त्री के
विभागीय सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में शास्त्री के 4854 पद स्वीकृत हैं जिनमें से मौजूदा समय 933 पद खाली चल रहे हैं। इसी प्रकार भाषा अध्यापक के स्वीकृत 2882 पदों में से 947 पद खाली चल रहे हैं, कला अध्यापक के 4578 पदों में से 1180 पद, शारीरिक शिक्षकों के 4516 पदों में से 1735 पद, क्राफ्ट टीचर के 311 पदों में से एक भी पद नहीं भरा गया है। इसी प्रकार गृह विज्ञान के स्वीकृत 180 पदों में से 125 पद, संगीत के 28 में से 13, योगा के 13 में से 5 पद रिक्त चल रहे हैं। उर्दू के 96 में से 63, पंजाबी के 100 में से 28 पद रिक्त चल रहे हैं जबकि बैंड मास्टर के स्वीकृत दोनों पद खाली चल रहे हैं। प्रदेश में सी.एंड वी.के 17,560 पद स्वीकृत हैं जिनमें से मौजूदा समय 12,529 पद ही भरे हैं जबकि 5031 पद खाली पड़े हैं।