धर्मशाला प्रदेश में स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण एवं नियमित शिक्षा के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। विभाग की टीम जहां स्कूलों में औचक निरीक्षण करेगी, वहीं निरीक्षण के दौरान अगर कोई कर्मचारी ड्यूटी के दौरान नदारद पाया गया, तो उसके खिलाफ विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा।
अब शिक्षा विभाग के किसी भी कर्मचारी को स्कूल से बंक मारना महंगा पड़ सकता है, लेकिन विभाग द्वारा तैयार की गई उपनिदेशक निरीक्षक कैडर टीम को स्कूलों के निरीक्षण करने के लिए वाहन सुविधा नहीं मिल पाई है।
टीम में निरीक्षण करने के लिए अन्य कर्मचारी भी नियुक्त नहीं हो पाए हैं, जिसके चलते स्कूलों में इंस्पेक्शन कैडर टीम को निरीक्षण करने में देरी हो रही है, जबकि प्रदेश के कुछ जिलों में टीम ने निरीक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दौरान टीम स्कूल में गुणात्मक शिक्षा, स्कूल में शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों के पूर्ण ब्यौरा, स्कूल शुरू होने से लेकर छुट्टी तक की पूरी गतिविधियों पर नजर रखेगी। टीम निरीक्षण में पाई जाने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट हर रोज शिक्षा निदेशालय भेजेगा। विभाग ने जिला कांगड़ा के लिए उपनिदेशक निरीक्षक,तीन बीईईओ और तीन प्रधानाचार्य तैनात कर दिए हैं, जो निरीक्षण के दौरान पूरी रिपोर्ट को साथ-साथ ही deputy-directorविभाग को प्रेषित करेंगे।
उपनिदेशक निरीक्षक कांगड़ा के लिए कृष्ण केवल, हमीरपुर के लिए अजय पटियाल, सुधाकर शर्मा को सिरमौर, शिवराम को शिमला, योगेंद्र को किन्नौर, हरदेव सिंह को सोलन, कश्मीर सिंह को बिलासपुर, करतार सिंह को लाहुल-स्पीति, बलवंत सिंह को कुल्लू, केसर सिंह को ऊना, मोहन लाल को मंडी, और जलाल दीन को चंबा के लिए नियुक्त किया गया है। इन दिनों शीतकालीन सत्र के स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, जिसके चलते टीम को स्कूलों में निरीक्षण करने में परेशानी आ सकती है, जबकि ग्रीष्मकालीन सत्र के स्कूलों में टीम औचक निरीक्षण देगी।
उपनिदेशक निरीक्षक कांगड़ा कृष्ण केवल का कहना है कि टीम स्कूलों की पूरी व्यवस्था को गंभीरता से चैक करेगी।उन्होंने कहा उनका काम स्कूलों में निरिक्षण कर शिक्षा के स्तर में सुधार लाना और स्कूलों में अध्यापको के ऊपर पैनी नजर रखना उनका काम रहेगा। उन्होंने कहा स्कूलों में जो अध्यापक बंक मारते हैं उन पर कड़ी नजर रखी जायेगी और अगर वो बार बार ऐसा करते पाए जाते हैं तो उन पर विभागीय कार्यवाई की जाएगी।
अब शिक्षा विभाग के किसी भी कर्मचारी को स्कूल से बंक मारना महंगा पड़ सकता है, लेकिन विभाग द्वारा तैयार की गई उपनिदेशक निरीक्षक कैडर टीम को स्कूलों के निरीक्षण करने के लिए वाहन सुविधा नहीं मिल पाई है।
टीम में निरीक्षण करने के लिए अन्य कर्मचारी भी नियुक्त नहीं हो पाए हैं, जिसके चलते स्कूलों में इंस्पेक्शन कैडर टीम को निरीक्षण करने में देरी हो रही है, जबकि प्रदेश के कुछ जिलों में टीम ने निरीक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दौरान टीम स्कूल में गुणात्मक शिक्षा, स्कूल में शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों के पूर्ण ब्यौरा, स्कूल शुरू होने से लेकर छुट्टी तक की पूरी गतिविधियों पर नजर रखेगी। टीम निरीक्षण में पाई जाने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट हर रोज शिक्षा निदेशालय भेजेगा। विभाग ने जिला कांगड़ा के लिए उपनिदेशक निरीक्षक,तीन बीईईओ और तीन प्रधानाचार्य तैनात कर दिए हैं, जो निरीक्षण के दौरान पूरी रिपोर्ट को साथ-साथ ही deputy-directorविभाग को प्रेषित करेंगे।
उपनिदेशक निरीक्षक कांगड़ा के लिए कृष्ण केवल, हमीरपुर के लिए अजय पटियाल, सुधाकर शर्मा को सिरमौर, शिवराम को शिमला, योगेंद्र को किन्नौर, हरदेव सिंह को सोलन, कश्मीर सिंह को बिलासपुर, करतार सिंह को लाहुल-स्पीति, बलवंत सिंह को कुल्लू, केसर सिंह को ऊना, मोहन लाल को मंडी, और जलाल दीन को चंबा के लिए नियुक्त किया गया है। इन दिनों शीतकालीन सत्र के स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, जिसके चलते टीम को स्कूलों में निरीक्षण करने में परेशानी आ सकती है, जबकि ग्रीष्मकालीन सत्र के स्कूलों में टीम औचक निरीक्षण देगी।
उपनिदेशक निरीक्षक कांगड़ा कृष्ण केवल का कहना है कि टीम स्कूलों की पूरी व्यवस्था को गंभीरता से चैक करेगी।उन्होंने कहा उनका काम स्कूलों में निरिक्षण कर शिक्षा के स्तर में सुधार लाना और स्कूलों में अध्यापको के ऊपर पैनी नजर रखना उनका काम रहेगा। उन्होंने कहा स्कूलों में जो अध्यापक बंक मारते हैं उन पर कड़ी नजर रखी जायेगी और अगर वो बार बार ऐसा करते पाए जाते हैं तो उन पर विभागीय कार्यवाई की जाएगी।