हिमाचलप्रदेश राजकीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री वीरभद्र
सिंह से गुहार लगाई है कि शिक्षा विभाग में क्लर्क के खाली पड़े पदों को
भरने के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पदोन्नति दी जाए। शिक्षा विभाग में
ऐसे कई कर्मचारी है, जो अपनी पदोन्नति का इंतजार करते हुए 9 वर्ष बीता चुके
हैं।
संघ का कहना है कि यदि सरकार विभिन्न स्कूलों में क्लर्क के खाली पड़े पदों को बारहवीं पास चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नति कर भरा जाए, तो इससे सरकार पर काई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश राजकीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ खंड निरमंड की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष बाल मकुद ने की। इस दौरान बैठक में विभिन्न स्कूलोंं में खाली पड़े क्लर्क के पदों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि सरकार शिक्षा विभाग से अच्छा परिणाम की मांग कर रही है। लेकिन स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को भरने की ओर कोई ध्यान नही दे रही है। संघ का कहना है कि सरकार अध्यापकों के पद तो भर रहे हैं, लेकिन अध्यापकों से क्लर्क का कार्य नहीं छुट रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने 2016 में 405 उच्च एवं माध्यमिक पाठशालाएं खोली है। वहां पर भी अध्यापक ही क्लर्क का कार्य कर रहे हैं।
9 वर्ष से पदोन्नति की आस लगाए हुए कर्मचारी
संघने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और और उच्च शिक्षा निदेशक से मांग की है कि शिक्षा विभाग में क्लर्क के खाली पड़े पदों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पदोन्नति कर की जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बीते 9 वर्षों से अपने पदोंन्नति का इंतजार चुके है। इस पदोन्नति से सरकार पर काई आर्थिक बोझ नही पड़ेगा। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान केहर सिंह, महासचिव मंगला नंद ठाकुर, उपप्रधान नंद लाल, महिला उपप्रधान बिमला देवी, मुख्यसलाहकार नंदलाल, कोषाध्यक्ष सोहन लाल, शोभा राम, सुरत राम, होशियार सिंह आदि सदस्य उपस्थित रहे।
संघ का कहना है कि यदि सरकार विभिन्न स्कूलों में क्लर्क के खाली पड़े पदों को बारहवीं पास चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नति कर भरा जाए, तो इससे सरकार पर काई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश राजकीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ खंड निरमंड की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष बाल मकुद ने की। इस दौरान बैठक में विभिन्न स्कूलोंं में खाली पड़े क्लर्क के पदों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि सरकार शिक्षा विभाग से अच्छा परिणाम की मांग कर रही है। लेकिन स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को भरने की ओर कोई ध्यान नही दे रही है। संघ का कहना है कि सरकार अध्यापकों के पद तो भर रहे हैं, लेकिन अध्यापकों से क्लर्क का कार्य नहीं छुट रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने 2016 में 405 उच्च एवं माध्यमिक पाठशालाएं खोली है। वहां पर भी अध्यापक ही क्लर्क का कार्य कर रहे हैं।
9 वर्ष से पदोन्नति की आस लगाए हुए कर्मचारी
संघने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और और उच्च शिक्षा निदेशक से मांग की है कि शिक्षा विभाग में क्लर्क के खाली पड़े पदों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को पदोन्नति कर की जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बीते 9 वर्षों से अपने पदोंन्नति का इंतजार चुके है। इस पदोन्नति से सरकार पर काई आर्थिक बोझ नही पड़ेगा। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान केहर सिंह, महासचिव मंगला नंद ठाकुर, उपप्रधान नंद लाल, महिला उपप्रधान बिमला देवी, मुख्यसलाहकार नंदलाल, कोषाध्यक्ष सोहन लाल, शोभा राम, सुरत राम, होशियार सिंह आदि सदस्य उपस्थित रहे।