राकेश दत्ता। धर्मपुर// कसौली विस क्षेत्र के छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। आखिर लंबे इंतजार के बाद अब जल्द ही धर्मपुर के मांडोधार में स्थायी डिग्री कॉलेज बनेगा। कॉलेज निर्माण के लिए शिक्षा विभाग के नाम लैंड ट्रांसफर कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार यहां 28 बीघा भूमि पर कॉलेज बनाया जाएगा, जबकि 11 बीघा भूमि का फॉरेस्ट कंजरवेशन एक्ट के तहत केस बनाया गया है। माना जा रहा है की लैंड ट्रांसफर प्रक्रिया के बाद इसी माह की 15 तारिख के आसपास टेंडर खोले जाएंगे।
यही नहीं यहां पर पहले से बने पुराने भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए कमेटी का गठन भी किया गया है। जो जल्द ही भवनों को डिस्मेंटल करने का फैसला लेगी। गौर रहे की कालेज निर्माण के लिए 5 करोड़ के बजट का प्रावधान है। लेकिन लैंड ट्रांसफर के चलते मामला लंबे समय तक लटका रहा। बनेंगे स्टॉफ क्वार्टर : योजना के तहत कॉलेज भूमि पर स्टाफ क्वार्टर भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा एक प्ले ग्राउंड की सुविधा भी होगी। कॉमर्स, आट्र्स के अलावा साइंस ब्लॉक बनाए जाने का भी प्रावधान किया जाएगा।
कॉलेज के लिए कर चुके संघर्ष : धर्मपुर क्षेत्र के लोगों की डिग्री कॉलेज की मांग काफी पुरानी है। इसके लिए कई बार लोग संघर्ष कर चुके हैं। छात्र भी इसके लिए अनेकों दफा सड़कों पर उतरे हैं। इसी के मद्देनजर करीब अढ़ाई वर्ष पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने शिलान्यास
किया था।
बीईईओ ऑफिस में चल रहा कॉलेज
फिलहाल कॉलेज धर्मपुर स्थित बीईईओ कार्यालय में अस्थायी तौर पर चल रहा है। इसमें करीब 200 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कम स्थान होने के कारण छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में स्थायी कॉलेज निर्माण के लिए भूमि ट्रांसफर होने के बाद स्थानीय लोगों सहित छात्रों में खुशी की लहर है।
चीफ इंजीनियर ने लिया साइट का जायजा
लैंड ट्रांसफर के बाद चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी अशोक चौहान ने उपाध्यक्ष प्रदेश खादी बोर्ड रमेश चौहान के साथ कॉलेज भूमि का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ चीफ आर्किटेक्ट पीडब्लयूडी नंदलाल, सीएमओ डॉ. आरके दरोच, एसई व एक्सईएन पीडब्लयूडी भी मौजूद रहे।
टेंडर जल्द कॉल किए जाएंगे। फिलहाल कोई डेट फिक्स नहीं हुई है।
-संदीप सोबती, एक्सईएन लोनिवि कसौली।
शिक्षा विभाग के नाम लैंड ट्रांसफर हो गई है। विभागीय उच्चाधिकारियों ने भूमि का जायजा भी ले लिया है। 15 मार्च को टेंडर खोले जाएंगे। भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए कमेटी का गठन कर लिया है।
-रमेश चौहान, उपाध्यक्ष प्रदेश खादी बोर्ड।
जानकारी के अनुसार यहां 28 बीघा भूमि पर कॉलेज बनाया जाएगा, जबकि 11 बीघा भूमि का फॉरेस्ट कंजरवेशन एक्ट के तहत केस बनाया गया है। माना जा रहा है की लैंड ट्रांसफर प्रक्रिया के बाद इसी माह की 15 तारिख के आसपास टेंडर खोले जाएंगे।
यही नहीं यहां पर पहले से बने पुराने भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए कमेटी का गठन भी किया गया है। जो जल्द ही भवनों को डिस्मेंटल करने का फैसला लेगी। गौर रहे की कालेज निर्माण के लिए 5 करोड़ के बजट का प्रावधान है। लेकिन लैंड ट्रांसफर के चलते मामला लंबे समय तक लटका रहा। बनेंगे स्टॉफ क्वार्टर : योजना के तहत कॉलेज भूमि पर स्टाफ क्वार्टर भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा एक प्ले ग्राउंड की सुविधा भी होगी। कॉमर्स, आट्र्स के अलावा साइंस ब्लॉक बनाए जाने का भी प्रावधान किया जाएगा।
कॉलेज के लिए कर चुके संघर्ष : धर्मपुर क्षेत्र के लोगों की डिग्री कॉलेज की मांग काफी पुरानी है। इसके लिए कई बार लोग संघर्ष कर चुके हैं। छात्र भी इसके लिए अनेकों दफा सड़कों पर उतरे हैं। इसी के मद्देनजर करीब अढ़ाई वर्ष पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने शिलान्यास
किया था।
बीईईओ ऑफिस में चल रहा कॉलेज
फिलहाल कॉलेज धर्मपुर स्थित बीईईओ कार्यालय में अस्थायी तौर पर चल रहा है। इसमें करीब 200 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कम स्थान होने के कारण छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में स्थायी कॉलेज निर्माण के लिए भूमि ट्रांसफर होने के बाद स्थानीय लोगों सहित छात्रों में खुशी की लहर है।
चीफ इंजीनियर ने लिया साइट का जायजा
लैंड ट्रांसफर के बाद चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी अशोक चौहान ने उपाध्यक्ष प्रदेश खादी बोर्ड रमेश चौहान के साथ कॉलेज भूमि का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ चीफ आर्किटेक्ट पीडब्लयूडी नंदलाल, सीएमओ डॉ. आरके दरोच, एसई व एक्सईएन पीडब्लयूडी भी मौजूद रहे।
टेंडर जल्द कॉल किए जाएंगे। फिलहाल कोई डेट फिक्स नहीं हुई है।
-संदीप सोबती, एक्सईएन लोनिवि कसौली।
शिक्षा विभाग के नाम लैंड ट्रांसफर हो गई है। विभागीय उच्चाधिकारियों ने भूमि का जायजा भी ले लिया है। 15 मार्च को टेंडर खोले जाएंगे। भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए कमेटी का गठन कर लिया है।
-रमेश चौहान, उपाध्यक्ष प्रदेश खादी बोर्ड।