शिमला/धर्मशाला: प्रदेश
शिक्षक महासंघ ने शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के ओ.एस.डी मामराज पुंडीर
के पक्ष में खड़ा हो गया है।
महासंघ ने राजकीय अध्यापक संघ के पदाधिकारियों
द्वारा की गई बयानबाजी की कड़ी निंदा की है। महासंघ के प्रांत अध्यक्ष
रजनीश चौधरी, प्रांत महामंत्री जगवीर चंदेल, प्रांत संगठन मंत्री पवन
मिश्रा ने कहा है कि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुर्खियों में रहने के
लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। महासंघ के सदस्यों ने कहा है कि शिक्षा
मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि ट्रांसफर एक्ट के लिए शिक्षक संगठनों के
सुझाव लिए जाएंगे। ऐसे में ओ.एस.डी को बदनाम करना गलत है।उधर, धर्मशाला में एस.एम.सी. शिक्षक भी शिक्षा मंत्री के ओ.एस.डी. के पक्ष में उतरा है। उन्होंने कहा है कि राजकीय संघ द्वारा शिक्षा मंत्री के ओ.एस.डी. के खिलाफ की गई बयानबाजी निंदनीय है। इससे शिक्षक वर्ग को ठेस पहुंची है। उनका कहना है कि ओ.एस.डी. एस.एम.सी. शिक्षकों की मांगों को सरकार के समक्ष तत्परता से उठाते हैं। संघ के अध्यक्ष अनिल पितान, मनोज रोंगटा, पवन नेगी, अंकिम रामटा की ओर से ये ब्यान जारी किया गया है। हिमाचल शिक्षक मंच ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री के ओ.एस.डी. की नियुक्ति पर किए गए विरोध की निंदा की है।
मंच के प्रदेश संयोजक अश्वनी भट्ट, संजय मोगू, अनीश वन्याल, तपिश थापा, संजीव राणा, अजय चौधरी व अमित शर्मा के अनुसार प्रदेश के शिक्षक वर्ग के लिए यह गर्व की बात है कि वर्तमान सरकार में न केवल शिक्षा के लिए अलग से मंत्री की नियुक्ति की गई है बल्कि एक विशेष ओ.एस.डी. की भी नियुक्ति की गई है। शिक्षक मंच ने प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित शिक्षक स्थानांतरण नीति के निर्माण का भी स्वागत किया है। वहीं राजकीय सी. एंड वी. अध्यापक संघ ने शिक्षा मंत्री के ओ.एस.डी. मामराज पुंडीर की कार्यप्रणाली पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है। संघ का कहना है कि प्रदेश सरकार ने पहली बार किसी शिक्षक को शिक्षा मंत्री के ओ.एस.डी. पद से नवाजा है, इस बात पर सभी को गर्व होना चाहिए।