स्वारघाट (बिलासपुर)। प्राथमिक शिक्षा खंड स्वारघाट के सैकड़ों शिक्षकों
और कर्मचारियों को फरवरी का वेतन नहीं मिला है। इस कारण शिक्षकों और
कर्मचारियों को जहां कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं वेतन का
भुगतान नहीं होने से स्वारघाट शिक्षा खंड के अंतर्गत सभी शिक्षकों व
कर्मचारियों की होली भी बेरंग रही।
इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ स्वारघाट खंड इकाई के प्रधान रणजीत सिंह ठाकुर और महासचिव रोशन लाल ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा खंड स्वारघाट में कार्यरत सभी अध्यापकों, जलवाहकों, दैनिक भोगियों और मिड-डे-मील वर्करों को इस बार फरवरी का वेतन नहीं मिला है। इस कारण इन्हें भारी आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। वेतन नहीं मिलने से इस बार उनके परिजन और बच्चे भी रंगोत्सव होली का त्योहार अच्छे ढंग से नहीं मना सके हैं। इस कारण इस बार इनकी होली भी बेरंग और फीकी रही है।
इससे पहले भी कई बार मिड-डे-मील वर्करों को वेतन अकसर देरी से मिलता है। इस बार तो प्राथमिक शिक्षा खंड कार्यालय स्वारघाट ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शिक्षा खंड स्वारघाट के अंतर्गत शिक्षकों समेत करीब 500 कर्मचारियों को फरवरी का वेतन नहीं दिया गया है। शिक्षक संघ का आरोप है कि वेतन के भुगतान करने में हुई देरी के लिए प्रत्यक्ष रूप से शिक्षा खंड कार्यालय जिम्मेदार है। संघ का कहना है कि प्राथमिक शिक्षा खंड स्वारघाट की लापरवाही के कारण ही समस्या पैदा हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा खंड स्वारघाट के अधिकतर कर्मचारी अकसर दफ्तर में नहीं मिलते। इस कारण समय पर शिक्षकों का काम सिरे नहीं चढ़ पाता है।
शिक्षक संघ का कहना है कि शिक्षकों के बहुत से कार्य लंबित हैं। दो साल से कार्यालय के बाबू फाइलों पर कुंडली मार कर बैठे हैं। इस कारण लंबे अरसे से यात्रा भत्तों, चिकित्सा भत्तों, वेतन एरियर, वेतन वृद्धि बकाया, महंगाई भत्ते और अंतरिम राहत का बकाया दो साल से लंबित है।
संघ ने कहा है कि पांच मार्च को होने वाली बैठक में अल्टीमेटम दिया जाएगा। इसके बाद प्राथमिक शिक्षा खंड कार्यालय स्वारघाट की लचर और लापरवाह व्यवस्था के खिलाफ शिक्षक संघ धरना-प्रदर्शन करने को विवश होगा।
प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी स्वारघाट हरि राम डांगी ने बताया कि ई-सैलरी में त्रुटि के कारण फरवरी माह के वेतन का भुगतान करने में दिक्कत हुई है। दो दिन के भीतर वेतन भुगतान कर दिया जाएगा।
इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ स्वारघाट खंड इकाई के प्रधान रणजीत सिंह ठाकुर और महासचिव रोशन लाल ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा खंड स्वारघाट में कार्यरत सभी अध्यापकों, जलवाहकों, दैनिक भोगियों और मिड-डे-मील वर्करों को इस बार फरवरी का वेतन नहीं मिला है। इस कारण इन्हें भारी आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। वेतन नहीं मिलने से इस बार उनके परिजन और बच्चे भी रंगोत्सव होली का त्योहार अच्छे ढंग से नहीं मना सके हैं। इस कारण इस बार इनकी होली भी बेरंग और फीकी रही है।
इससे पहले भी कई बार मिड-डे-मील वर्करों को वेतन अकसर देरी से मिलता है। इस बार तो प्राथमिक शिक्षा खंड कार्यालय स्वारघाट ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शिक्षा खंड स्वारघाट के अंतर्गत शिक्षकों समेत करीब 500 कर्मचारियों को फरवरी का वेतन नहीं दिया गया है। शिक्षक संघ का आरोप है कि वेतन के भुगतान करने में हुई देरी के लिए प्रत्यक्ष रूप से शिक्षा खंड कार्यालय जिम्मेदार है। संघ का कहना है कि प्राथमिक शिक्षा खंड स्वारघाट की लापरवाही के कारण ही समस्या पैदा हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा खंड स्वारघाट के अधिकतर कर्मचारी अकसर दफ्तर में नहीं मिलते। इस कारण समय पर शिक्षकों का काम सिरे नहीं चढ़ पाता है।
शिक्षक संघ का कहना है कि शिक्षकों के बहुत से कार्य लंबित हैं। दो साल से कार्यालय के बाबू फाइलों पर कुंडली मार कर बैठे हैं। इस कारण लंबे अरसे से यात्रा भत्तों, चिकित्सा भत्तों, वेतन एरियर, वेतन वृद्धि बकाया, महंगाई भत्ते और अंतरिम राहत का बकाया दो साल से लंबित है।
संघ ने कहा है कि पांच मार्च को होने वाली बैठक में अल्टीमेटम दिया जाएगा। इसके बाद प्राथमिक शिक्षा खंड कार्यालय स्वारघाट की लचर और लापरवाह व्यवस्था के खिलाफ शिक्षक संघ धरना-प्रदर्शन करने को विवश होगा।
प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी स्वारघाट हरि राम डांगी ने बताया कि ई-सैलरी में त्रुटि के कारण फरवरी माह के वेतन का भुगतान करने में दिक्कत हुई है। दो दिन के भीतर वेतन भुगतान कर दिया जाएगा।