हमीरपुर। राजकीय प्राथमिक पाठशाला कराह के एसएमसी सदस्य बुधवार को स्कूल
में अध्यापक के खाली पद की समस्या को लेकर डिप्टी डीओ प्रारंभिक शिक्षा
हमीरपुर से मिले। इस मौके पर सदस्यों ने एक ज्ञापन सौंपकर स्कूल में खाली
चल रहे अध्यापक के एक पद को भरने की मांग की।
एसएमसी प्रधान पूनम ने बताया कि स्कूल में मात्र एक ही अध्यापक वर्ष 2011 से सेवाएं दे रहा है। पाठशाला में लगातार छात्रों की संख्या बढ़ रही है। इसके बारे में एसएमसी लगातार सरकार और विभाग से अध्यापक की नियुक्ति करने की मांग कर रही है, लेकिन विभाग अध्यापक की नियुक्ति के लिए आए हुए तबादला आदेशों को लागू नहीं कर रहा है। अभिभावकों ने सरकार और विभाग से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार जहां गुणात्मक शिक्षा का गुणगान कर रही है, वहीं कई वर्षों से एक ही अध्यापक के सहारे स्कूल को चलाया जा रहा है। कराह स्कूल में चपरासी का पद भी खाली है। अभिभावकों का कहना है कि यदि स्कूल में दूसरे अध्यापक की नियुक्ति जल्द नहीं की गई तो वे अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेंगे और अन्य स्कूलों में दाखिल करवाएंगे। अभिभावकों ने कहा कि राइट टू एजुकेशन एक्ट के अनुसार हर प्राथमिक स्कूल में दो अध्यापकों का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने स्कूल में अध्यापक की नियुक्ति करने की मांग की है। इस अवसर पर सपना देवी, वीना देवी, सुनीता देवी, निशा देवी, निर्मला, बंदना, ममता, बबीता, पुष्पा, रेखा, मदन लाल, सुशील कुमार, पूजा, अनु कुमारी और सोमा देवी सहित अन्य अभिभावक मौजूद रहे।
एसएमसी प्रधान पूनम ने बताया कि स्कूल में मात्र एक ही अध्यापक वर्ष 2011 से सेवाएं दे रहा है। पाठशाला में लगातार छात्रों की संख्या बढ़ रही है। इसके बारे में एसएमसी लगातार सरकार और विभाग से अध्यापक की नियुक्ति करने की मांग कर रही है, लेकिन विभाग अध्यापक की नियुक्ति के लिए आए हुए तबादला आदेशों को लागू नहीं कर रहा है। अभिभावकों ने सरकार और विभाग से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार जहां गुणात्मक शिक्षा का गुणगान कर रही है, वहीं कई वर्षों से एक ही अध्यापक के सहारे स्कूल को चलाया जा रहा है। कराह स्कूल में चपरासी का पद भी खाली है। अभिभावकों का कहना है कि यदि स्कूल में दूसरे अध्यापक की नियुक्ति जल्द नहीं की गई तो वे अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेंगे और अन्य स्कूलों में दाखिल करवाएंगे। अभिभावकों ने कहा कि राइट टू एजुकेशन एक्ट के अनुसार हर प्राथमिक स्कूल में दो अध्यापकों का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने स्कूल में अध्यापक की नियुक्ति करने की मांग की है। इस अवसर पर सपना देवी, वीना देवी, सुनीता देवी, निशा देवी, निर्मला, बंदना, ममता, बबीता, पुष्पा, रेखा, मदन लाल, सुशील कुमार, पूजा, अनु कुमारी और सोमा देवी सहित अन्य अभिभावक मौजूद रहे।