दिव्य हिमाचल ब्यूरो —नाहन
आखिरकार हिमाचल प्रदेश में 107 दिनों के बाद सोमवार को स्कूलों केे कैंपस में रौनक लौट आई। विद्यार्थियों के पीठ पर स्कूल का बैग, गले में यूनिफार्म के साथ टाई से मानों विद्यार्थियों में एक अलग सा जोश व उत्साह था। सुबह करीब साढ़े आठ बजे से जिला सिरमौर के तमाम हिस्सों के स्कूलों में विद्यार्थी पूरी कोरोना एसओपी के तहत पहुंचने शुरू हो गए थे। अधिकांश स्कूलों में सोमवार से नौ बजे के बाद स्कूल का समय रखा गया था। ऐसे में जहां विद्यार्थियों में स्कूल पहुंचने के साथ-साथ लंबे अरसा बाद अपने दोस्तों के साथ बैठने की उत्सुकता थी, तो वहीं बच्चों के अभिभावकों में भी इस बात को लेकर काफी संतुष्टि नजर आई कि देर से सही आखिरकार उनके बच्चे अब स्कूल जाने शुरू हो गए हैं।गत वर्ष 22 मार्च से हिमाचल प्रदेश में स्कूलों का संचालन नियमित रूप से नहीं हो पा रहा था। चंद दिनों के लिए कक्षाएं चल पाई थी तथा उसके बाद फिर से स्कूल बंद कर दिए गए थे। केवल मार्च माह में बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं के अलावा कुछ कक्षाओं के परीक्षा को लेकर स्कूल खोले गए थे, परंतु दसवीं व जमा दो के एक-एक पेपर के बाद पुन: स्कूल बंद कर दिए गए थे।
अब फिर से सोमवार से प्रदेश के अन्य जिला की तर्ज पर जिला सिरमौर के तमाम स्कूलों में रौनक लौट आई है। दसवीं, जमा एक व जमा दो के विद्यार्थी पूरे उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे। स्कूलों में तीनों कक्षाओं के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया था तथा स्कूल से अवकाश भी अलग-अलग समय पर किया गया। विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों में स्पष्टतौर पर काफी संतुष्टि देखी गई। स्कूल प्रबंधन द्वारा कक्षाओं के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा जारी एसओपी का पूरा पालन किया गया तथा विद्यार्थियों को मास्क व सेनिटाइजर आवश्यक किए गए थे। जहां कुछ स्कूलों में सुबह नौ बजे से 12 बजे तक कक्षाएं रखी गई थी तो वहीं अधिकांश स्कूलों में दो से तीन बजे तक का समय रखा गया था। विद्यार्थियों का कहना था कि लंबे समय बाद स्कूल खुलने से वह खुश हैं।
उनका कहना था कि जो पढ़ाई क्लास रूम में शिक्षक के पढ़ाने से होती है वह ऑनलाइन नहीं हो सकती है। उधर, शिक्षा उपनिदेशक उच्च शिक्षा जिला सिरमौर कर्म चंद ने बताया कि प्रदेश सरकार व विभाग के निर्देश के बाद सोमवार से सभी स्कूल खोल दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल दसवीं, जमा एक व जमा दो के विद्यार्थी कक्षाओं में बुलाए जा रहे हैं, परंतु डाउट क्लीयर करने के लिए अन्य कक्षा के विद्यार्थी भी अभिभावकों की अनुमति के बाद आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला के निजी व सरकारी स्कूल प्रबंधनों को कोरोना एसओपी के पालन के निर्देश दिए गए हैं।