शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh News, जिला शिमला के तहत ठियोग का प्राइमरी स्कूल बाहनी भगवान भरोसे चल रहा है। स्कूल में 30 अप्रैल से कोई भी स्थायी अध्यापक तैनात नहीं है। एक महिला
अध्यापक 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो गईं, जबकि दूसरी महिला अध्यापक को विभाग के आदेश के बाद बाहनी से शिमला के साथ लगते हरीनगर में डेपुटेशन पर भेजा गया है। ऐसे में बाहनी स्कूल में पढ़ रहे 14 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बाहनी स्कूल प्रबंधन समिति और चियोग पंचायत के जनप्रतिनिधि कई बार प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक से मिलकर स्थायी शिक्षक की तैनाती की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक समस्या हल नहीं हुई है।30 अप्रैल को सुनीता छिब्बर के रिटायर होने के बाद विभाग ने जुग्गर पाठशाला से शारदा शर्मा को डेपुटेशन पर बाहनी स्कूल में तैनाती दी थी, लेकिन उनकी डेपुटेशन रद कर दी गई। हालांकि अस्थायी तौर पर सीएचटी द्वारा शिक्षा खंड के अन्य स्कूलों से दो-तीन दिन के लिए अध्यापकों की तैनाती जरूर की जा रही है। आए दिन नए अध्यापक डेपुटेशन पर आने से भी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
बाहनी निवासी भगत सिंह ने बताया कि वह कई बार विभाग से शिक्षक की तैनाती करने की मांग कर चुके हैं। हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता। वहीं चियोग पंचायत के प्रधान दिनेश जगटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और शिक्षा सचिव से बाहनी स्कूल में जल्द शिक्षक की तैनाती का आग्रह किया है।
वहीं संयुक्त निदेशक प्रारंभिक शिक्षा भुवन शर्मा ने कहा कि बाहनी स्कूल का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आया था। उन्होंने बताया कि जल्द ही बाहनी स्कूल में अध्यापक की तैनाती कर दी जाएगी।