संवाद सहयोगी, टाहलीवाल : सोमवार को जिला ऊना के एसएमसी अध्यापकों ने
उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने
उद्योग मंत्री को इनके हल का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एसएमसी शिक्षक
स्कूलों में नियमित सेवाएं देते आ रहे हैं।
इस वर्ग को लेकर अभी कोई भी नीति नहीं बनाई गई है। बिना नीति के सेवाएं देने से उन्हें हर समय रोजगार खोने का भय रहता है। सरकार के आदेश पर ही स्कूलों में शिक्षा को सुचारू रूप से चलाने में यह वर्ग बेहतर काम कर रहा है। इस वर्ग के शिक्षकों को 3500 से छह हजार रुपये तक का वेतन मिल रहा है। इस राशि से परिवार का गुजारा कर पाना बेहद कठिन है। इसके साथ ही उन्हें कोई भी विभागीय लाभ नहीं मिल रहे हैं। उन्हें अवकाश से भी वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने आग्रह किया कि उनके लिए स्थायी नीति बनाई जाए। इस मौके पर जिला सचिव अनवर खान, जिला उपाध्यक्ष सीमा पाठक, कोषाध्यक्ष शिवानी व अन्य एसएमसी शिक्षक मौजूद थे।
इस वर्ग को लेकर अभी कोई भी नीति नहीं बनाई गई है। बिना नीति के सेवाएं देने से उन्हें हर समय रोजगार खोने का भय रहता है। सरकार के आदेश पर ही स्कूलों में शिक्षा को सुचारू रूप से चलाने में यह वर्ग बेहतर काम कर रहा है। इस वर्ग के शिक्षकों को 3500 से छह हजार रुपये तक का वेतन मिल रहा है। इस राशि से परिवार का गुजारा कर पाना बेहद कठिन है। इसके साथ ही उन्हें कोई भी विभागीय लाभ नहीं मिल रहे हैं। उन्हें अवकाश से भी वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने आग्रह किया कि उनके लिए स्थायी नीति बनाई जाए। इस मौके पर जिला सचिव अनवर खान, जिला उपाध्यक्ष सीमा पाठक, कोषाध्यक्ष शिवानी व अन्य एसएमसी शिक्षक मौजूद थे।