जवाली (कांगड़ा)। पहले कांग्रेस सरकार ने कंप्यूटर शिक्षकों की अनदेखी की
है, अब जयराम सरकार भी उसी राह चल रही है। दोनों सरकारों ने कंप्यूटर
शिक्षकों का शोषण किया है। यह आरोप कंप्यूटर शिक्षक संघ के पूर्व
प्रदेशाध्यक्ष दलजीत मन्हास ने लगाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरगामी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे 1339 कंप्यूटर अध्यापकों को दो माह से पगार नहीं मिल पाई है। इससे महंगाई के इस दौर में उनको अपने परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। बच्चों की स्कूल फीस भरना तक मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि पहले चुनावों में प्रदेश की पूर्व सरकार ने कंप्यूटर अध्यापकों के हितार्थ ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन पांच साल तक कोई ठोस नीति नहीं बनी। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने कंप्यूटर अध्यापकों के हितार्थ ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया लेकिन तीन माह के कार्यकाल में अभी तक भाजपा सरकार भी कुछ नहीं कर पाई है। इस मौके पर राजीव पठानिया, विदेश कुमार, भुवनेश शर्मा, अरुण कुमार आदि मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरगामी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे 1339 कंप्यूटर अध्यापकों को दो माह से पगार नहीं मिल पाई है। इससे महंगाई के इस दौर में उनको अपने परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। बच्चों की स्कूल फीस भरना तक मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि पहले चुनावों में प्रदेश की पूर्व सरकार ने कंप्यूटर अध्यापकों के हितार्थ ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन पांच साल तक कोई ठोस नीति नहीं बनी। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने कंप्यूटर अध्यापकों के हितार्थ ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया लेकिन तीन माह के कार्यकाल में अभी तक भाजपा सरकार भी कुछ नहीं कर पाई है। इस मौके पर राजीव पठानिया, विदेश कुमार, भुवनेश शर्मा, अरुण कुमार आदि मौजूद रहे।