तीसा (चंबा)। रावमापा देवी कोठी चार महीनों से एक प्रधानाचार्य के सहारे
चली हुई है। पाठशाला में अन्य अध्यापकों के सभी पद खाली पड़े हैं। जिसकी
वजह से अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला दूसरे स्कूल में करवा रहे हैं।
मौजूदा समय में स्कूल में 67 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बीस बच्चे
स्कूल छोड़ चुके हैं।
अध्यापकों की कमी से नाराज अभिभावकों ने निर्णय लिया है कि अगर 15 दिनों के भीतर स्कूल में अध्यापक नियुक्त नहीं किए गए तो स्कूल में ताला जड़ दिया जाएगा। साथ ही छात्र व अभिभावक धरने पर बैठ जाएंगे। इसके बाद जो भी परिस्थिति पैदा होगी, उसकी जिम्मेवारी सरकार व शिक्षा विभाग की होगी।
स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष परस राम व देवी कोठी पंचायत की प्रधान उषा
देवी ने बताया कि चार महीनों से स्कूल में अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं।
बच्चों को हिंदी, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, अंग्रेजी, शारीरिक शिक्षा
पढ़ाने वाला कोई अध्यापक नहीं है। प्रधानाचार्य को बच्चों की पढ़ाई के साथ
प्रबंधन का कार्य भी देखना पड़ रहा है। स्कूल से जिन अध्यापकों का तबादला
किया गया है, उनके स्थान पर अभी तक दूसरे अध्यापकों की नियुक्ति नहीं हो
पाई है। जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। अभिभावकों
ने जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग को चेताया है कि 15 दिनों के भीतर स्कूल
में अध्यापकों की नियुक्ति की जाए अन्यथा स्कूल में ताला जड़ दिया जाएगा।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र पाल ने बताया कि स्कूल में अध्यापकों की कमी के बारे में सरकार को अवगत करवा दिया गया है। जल्द ही अध्यापकों की नियुक्ति होने की उम्मीद है। उन्होंने अभिभावकों से संयम बरतने को कहा है।
अध्यापकों की कमी से नाराज अभिभावकों ने निर्णय लिया है कि अगर 15 दिनों के भीतर स्कूल में अध्यापक नियुक्त नहीं किए गए तो स्कूल में ताला जड़ दिया जाएगा। साथ ही छात्र व अभिभावक धरने पर बैठ जाएंगे। इसके बाद जो भी परिस्थिति पैदा होगी, उसकी जिम्मेवारी सरकार व शिक्षा विभाग की होगी।
उच्च शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र पाल ने बताया कि स्कूल में अध्यापकों की कमी के बारे में सरकार को अवगत करवा दिया गया है। जल्द ही अध्यापकों की नियुक्ति होने की उम्मीद है। उन्होंने अभिभावकों से संयम बरतने को कहा है।