राज्य में ओल्ड पेंशन से छोड़े गए 3000 शिक्षकों ने नया संघ बनाकर अब अपने लिए ओल्ड पेंशन की मांग की है। यह संघ बना है हिमाचल प्रदेश स्कूल प्राध्यापक एवं अध्यापक संघ के नाम से। इस संघ का कहना है कि प्रदेश शिक्षा
विभाग द्वारा 1994 से 2003 के बीच विभिन्न पदों पर अनुबंध आधार पर नियुक्तियां की गईं। आठ साल की सेवा के बाद 2005 से 2010 के बीच इनको नियमित किया गया। नियमितिकरण के बाद इन शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना से वंचित रखकर नई पेंशन योजना के तहत लाया गया, जबकि उक्त नियुक्तियां 15 मई, 2003 से पूर्व अनुबंध पर पुराने नियमितीकरण एवं पदोन्नति नियमों के आधार पर की गई थी। हिमाचल प्रदेश स्कूल प्राध्यापक एवं अध्यापक संघ के अध्यक्ष हुकम गौत्तम और महासचिव जयलाल हरजेट ने प्रदेश सरकार से अपनी एक सूत्री मांग को पूरा करने की गुहार लगाई है। इसमें लेक्चररर की संख्या 776, टीजीटी की 236, डीपीई की 45, कोच की 3, सी एंड वी की 20 और जेबीटी के 2 हजार पद है।