शिमला (ब्यूरो): हिमाचल के
सरकारी स्कूलों में शिक्षा विभाग द्वारा 11वीं और 12वीं कक्षा की समय
सारिणी में किए गए बदलाव के विरोध में कई शिक्षक संगठन एकजुट हो गए हैं।
उनका आरोप है कि विभाग ने बिना सूचना दिए स्कूलों कर टाइम टेबल बदल दिया
है। इसके तहत विभाग ने 35 मिनट का पीरियड किया है। ऐसे में विज्ञान विषय के
छात्रों को इससे दिक्कतें आ रहीं हैं।
शिक्षकों का कहना है कि विभाग के
आदेश व्यावहारिक नहीं हैं। ऐसे में इतने कम समय में छात्रों को पढ़ाना
मुश्किल होगा। प्रदेश प्रवक्ता संघ ने भी इसका विरोध किया है।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि
विभाग ने इन आदेशों को वापस नहीं लिया तो इसका प्रदेशव्यापी विरोध होगा,
जिसका शिक्षा विभाग जिम्मेदार होगा। संघ के प्रांतीय सचिव राजन शर्मा का
कहना है कि इससे पूर्व भी विभाग ने ऐसे आदेश जारी किए थे, जिनका शिक्षकों
ने विरोध किया था। इसके बाद विभाग ने ये आदेश वापस लिए थे। इसी तरह यदि
विभाग ने ये आदेश वापस नहीं लिए तो इसका भी विरोध होगा।
विरोध के बाद विभाग ने अब स्कूल प्रधानाचार्यों को सौंपा मामला
विरोध के बाद शिक्षा विभाग ने यह मामला
स्कूल प्रधानाचार्यों को सौंपा है। इसके तहत स्कूल प्रधानाचार्य अपनी
सहूलियत के अनुसार टाइम टेबल जारी कर सकते हैं। निदेशक की ओर से जारी
आदेशों में स्कूल प्रशासन को एच.पी. सैकेंडरी एजुकेशन कोड के तहत क्लॉज
2.8.3.1.(बी) और 2.9 के तहत इसमें आगामी निर्णय लेने को कहा गया है। इसके
अलावा स्कूलों में भवनों की उपलब्धता को देखते हुए भी स्कूल प्रशासन इसमें
फैसला ले सकते हैं।
इतने समय के होंगे थ्योरी पीरियड
कमेटी की सिफारिशों के आधार पर अब नया टाइम
टेबल जारी किया गया है। इसके अनुसार लंच से पहले स्कूलों में 35-35 मिनट के
मेडिकल और नॉन मेडिकल के विषयों के थ्योरी के पीरियड लगेंगे। सप्ताह के
सभी 6 दिनों में एक पीरियड के दौरान थ्योरी की क्लास लगेगी। प्रैक्टिकल के
लिए सप्ताह में 2 दिन फिजिक्स, 2 दिन केमिस्ट्री और 2 दिन बायोलॉजी के
पीरियड लगेंगे।