शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Pradesh News, हिमाचल प्रदेश में दसवीं और बारहवीं कक्षा में खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। ऐसे शिक्षकों की वार्षिक वेतनवृद्धि पर रोक लगाई जा सकती है। हालांकि विभाग इसका निर्णय लेने से पहले सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। शिक्षकों पर कार्रवाई से पहले उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी होगा। शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करना शुरू कर दिया है, जिनका रिजल्ट 25 प्रतिशत से कम रहा है।
ऐसे देना होगा रिकार्ड
डा. अमरजीत शर्मा ने स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों, दोनों कक्षाओं में पहले 500 स्थान पर रहे विद्यार्थियों, पहले 50 स्थान पर रहे विद्यार्थियों, 80 से 100 प्रतिशत और 25 से 50 प्रतिशत परिणाम देने वाले स्कूलों के नाम मांगे हैं। इसके अलावा 49 प्रतिशत तक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या और स्कूलों के नाम भी देने को कहा गया है। इसके अलावा 0-25 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों का ब्योरा भी मांगा है।
प्रशिक्षण में भाग नहीं लेने वाले शिक्षकों को नोटिस
शिमला। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) सोलन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग नहीं लेने वाले शिक्षकों व गैर शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। करीब 24 कर्मचारियों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें मंडी, बिलासपुर और सोलन जिला के शिक्षक व गैर शिक्षक शामिल हैं।
उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत शर्मा ने कहा कि जवाब आने के बाद इन शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। बार-बार आदेश जारी करने के बाद भी शिक्षक और गैर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग नहीं ले रहे हैं। इनमें प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक से लेकर टीजीटी, लेक्चरर व गैर शिक्षक शामिल हैं।