संवाद सहयोगी, जाहू : हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ इकाई ने भोरंज में अध्यक्ष पवन कुमार की अध्यक्षता में बैठक की। सरकार से मांग की कि शारीरिक शिक्षकों की कमीशन, वैचबाइज और बैकलाग के पदों को शीघ्र भरे नहीं तो शारीरिक शिक्षक सड़क पर उतरकर सरकार का विरोध करेंगे।
संघ के सचिव सतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश में 4000 से अधिक शारीरिक शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं व सरकार द्वारा 7 अक्तूबर 2018 को शारीरिक शिक्षकों के 2000 पद भरने की घोषणा की गई थी परंतु चार साल बीत जाने के बाद भी कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई ई है। वर्तमान सरकार ने हर कैटेगरी के पदों को भरा लेकिन शारीरिक शिक्षकों का एक भी पद नहीं भरा। उन्होंने कहा कि लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों को रोजगार नहीं मिला है।
अधिकतर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक 45 वर्ष आयु के पार होने वाले हैं। देश में ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां शारीरिक शिक्षकों की भर्ती न हुई हो। सभी राज्यों में शारीरिक शिक्षकों की भर्ती लगातार हो रही है। शारीरिक शिक्षक बच्चों को कोरोना काल मे योग सिखाकर उनकी इम्युनिटी शक्ति को बढ़ाने में लगे हुए हैं। बेरोजगार शारीरिक शिक्षक ने अनुरोध किया है कि जो वर्तमान सरकार ने बीते समय में शारीरिक शिक्षकों के 2000 पद भरने की घोषणा की थी उसे अमल में लाया जाए। इस मौके पर पवन कुमार, अरुण शर्मा, संजय कुमार, कमलेश, अनिल कुमार, सुरेंद्र कुमार, शशि कांत, सुरेश कुमार, रवि कुमार, रितेश कुमार, राकेश शर्मा, सुभाष चंद मौजूद रहे।