दिव्य हिमाचल ब्यूरो -रामपुर बुशहर
शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर 7 मार्च से चले आ रहे क्रमिक अनशन पर प्रदेश सरकार की अनदेखी के विरोध में राज्य कार्यकारिणी के निर्णयानुसार एनपीएस रामपुर के मजदूरों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने काले
दिवस के रूप में मनाया। शिमला के क्रमिक अनशन की अनदेखी पर बुधवार को समूचे प्रदेश के कार्यालय में काला दिवस मनाया गया। इसी कड़ी में खनेरी अस्पताल, पीजी कॉलेज, मिनी सचिवालय, वन विभाग, एसडीएम कार्यालय, जल शक्ति विभाग, लोनिवि, आयुर्वेदिक कार्यालय रामपुर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रामपुर, छात्रा स्कूल रामपुर, नोगली, लालसा, शिंगला, बधाल, ननखड़ी, आईटीआआई रामपुर सहित कई जगहों पर काला दिवस मनाया गया। वहीं बुधवार को सांसद रामस्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए 2 मिनट का मौन भी रखा। इस मौके पर एनपीएस कर्मचारी महासंघ जिला शिमला अध्यक्ष कुशाल शर्मा ने सांसद रामस्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन को एक अपूर्णीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि पेंशन बहाली के लिए उन्होंने उनके निवास स्थान जोगिंद्रनगर में सांसदों के घर उपवास कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग की बात कही थी। प्रदेश सरकार 3 वर्ष बीत जाने के उपरांत भी कोई सुध नहीं ले रही है।6 मार्च के बजट में न तो केंद्र की अधिसूचना-2009 को लागू किया गया है। इसके तहत अपंगता और मौत होने पर पारिवारिक पेंशन का प्रावधान है और न ही ओपीएस की बहाली की दिशा में विजन डॉक्यूमैंटरी के मुताबिक सरकार आगे बढ़ी है। इस अवसर पर सहायक प्रो. कुशाल शर्मा, डॉ, सुरेश कपूर, डॉ, गुमान नेगी, कमल शर्मा, धनसुख, सोहन लाल सोनी, अशोक मेहता, अनूप सिंह, महिंद्र सिंह, सुरेंद्र कायथ, सुनीता कुमारी, सलोचना डोगरा, प्रताप चंद, बलजीत कायथ, सुभाष चंद, तुला रामए कर्ण गुप्ता, रणधीर सिंहए जयपालए पवनए टीआर शर्मा, तुला राम, टीला शर्मा, रीतू चौहान, रीना, यशपाल और रविंद्र सहित कई एनपीएस कर्मचारियों ने प्रदर्शन् में हिस्सा लिया।